सी ई एन एस में स्वागत
नैनो एवं मृदु पदार्थ विज्ञान केन्द्र (सीईएनएस) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार के अधीन एक स्वायत्तशासी शोध संस्थान है। डीएसटी केन्द्र को नैनो एवं मृदु पदार्थ विज्ञानों में मूल तथा अनुप्रयुक्त अनुसंधान संचालित करने के लिए सहायता-अनुदान के रूप में मुख्य सहायता देता है। सीईएनएस जालहल्ली, बेंगलूरु में स्थित है।
केन्द्र सभी संगत पैमाने पर पदार्थ अनुसंधान में संलग्न है। विशेषतया, वर्तमान क्रियाकलाप विविध धातु एवं अर्धचालक नैनोसंरचनाऍं, तरल क्रिस्टल, जेल, झिल्लियॉं और संकर सामग्रियों पर केंद्रित है। केंद्र का भारत तथा विदेश के अनेक संस्थाओं एवं उद्योगों के साथ निकटस्थ संबन्ध हैं।
केन्द्र की स्थापना 1991 में प्रतिष्ठित तरल क्रिस्टल वैज्ञानिक, प्रो.एस.चंद्रशेखर, एफआरएस द्वारा की गई। तब वह तरल क्रिस्टल अनुसंधान केन्द्र के नाम से जाना जाता था, जो कर्नाटक की एक पंजीकृत वैज्ञानिक सोसाइटी था, जिसका उद्देश्य उन दिनों तरल क्रिस्टल पदार्थों एवं साधनों के संदर्भ में अंतर्राष्ट्रीय प्रवृत्ति के अनुसरण में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करना था। 1995 में, इलेक्ट्रानिक्स विभाग (डीओई), भारत सरकार के अधीन वह एक स्वायत्तशासी संस्थान बना एवं 2003 में, डीएसटी के अधीन लाया गया। तदुपरांत वर्ष 2010 में, उसका नाम मृदु पदार्थ अनुसंधान केन्द्र में बदला गया। हाल ही में, 2014 में, केंद्र ने शोध क्रियाकलापों की व्याप्ति को और बढाते हुए नैनोविज्ञान तथा प्रौद्योगिकी को भी शामिल किया है एवं अब वह नैनो एवं मृदु पदार्थ विज्ञान केन्द्र (सीईएनएस) के नाम से जाना जाता है। भारत सरकार के नैनो-मिशन से यह परामर्श प्राप्त करता है।
सीईएनएस जो बीईएल कैम्पस में स्थित है, मनोहर पुष्पों से लदे वृक्षों युक्त घनी हरियाली से आवरित है। यह माहौल अनुसंधान समुदाय के लिए स्निग्ध परिसर में क्रियाकलापों को सम्पन्न करने के लिए अवसर प्रदान करता है। शीघ्र ही, कैम्पस को नेलमंगला के समीप स्थित जगह में विस्तारित किया जाएगा।